Kab miṭegi asuan mere | कब मिटेगी आसूं मेरे
कब मिटेगी आसूं मेरे, कब मिटेगी दर्द मेरे ……..2.
दुःख, निराशा, तन्हाई से, प्रभु आ छुडाने के लिए…..2.
इस जहाँ में कुछ न मेरा, मोह, माया, ब्यर्थ सारा….2.
परदेशी हूँ मै यहा, है ठिकाना मेरा वहाँ…..2.
गिनता दिन, घर जाने के लिए, अपने प्रिय संग रहने के लिए……. 2.
पहुँचूंगा मैं अनन्त धाम, पाउँगा मैं अब्दी आराम……2.
प्रभु पोछेंगे आंसू मेरे, लेंगे बाँहो मे सदा के लिए…..2.
तब रुकेगी आसू मेरे, तब मिटेगी दर्द मेरे
Kab miṭegi asuan mere,
kab miṭegi darda mere ……..2.
Duahkha, nirasha, tanhai se,
prabhu a chhuḍane ke lie…..2.
is jaha me kuchh n mera,
moha, maya, byartha sara….2.
Paradeshi hu mai yaha,
hai ṭhikana mera vahaँ…..2.
Ginata dina, ghar jane ke lie,
apane priya sanga rahane ke lie……. 2.
Pahuchuanga main ananta dhama,
pauga main abdi arama……2.
Prabhu pochheange aansu mere,
leange baho me sada ke lie…..2.
Tab rukegi asu mere,
tab miṭegi darda mere